इंटरनेट पर 550 अरब से ज्यादा दस्तावेज़ मौजूद हैं, और हर दिन 70 लाख नए दस्तावेज़ जोड़े जाते हैं।
📊 A.T. Kearney की रिपोर्ट के अनुसार, सिर्फ जानकारी खोजने में ही कंपनियों को हर साल $750 बिलियन का नुकसान होता है।
💻 फिर भी लोग सबसे ज़्यादा जानकारी के लिए ही इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं।
👀 लेकिन हैरानी की बात यह है कि औसतन एक व्यक्ति महीने में सिर्फ 19 वेबसाइट्स पर ही जाता है।
तो फिर सवाल यह है –
कैसे बनाएं अपनी वेबसाइट को उन 19 में से एक?
🧠 5 नियम जो बताएँगे – “कितना लिखना है?”
1️⃣ जानिए – आप किससे बात कर रहे हैं?
क्या आप इंसानों से बात कर रहे हैं (पाठक), या सर्च इंजन से?
- पाठक: कम में ज़्यादा चाहते हैं। सीधा, स्पष्ट और संक्षिप्त कंटेंट।
- सर्च इंजन: ज़्यादा कंटेंट, कीवर्ड्स, और टेक्स्ट पसंद करते हैं।
➡️ संतुलन बनाना सीखिए। कुछ लिखिए पाठकों के लिए, और कुछ लिखिए Google जैसे सर्च इंजन के लिए।
2️⃣ कम शब्दों में ज़्यादा कहिए
- होम पेज = 1 स्क्रीन के अंदर (बिना स्क्रॉल)
- बाकी पेज = 300-400 शब्द (लगभग 1 स्क्रॉल)
📣 टिप: “संवादी भाषा” में लिखें – जैसे आप बोलते हैं, वैसे लिखें।
3️⃣ एक पेज = एक विषय
उदाहरण:
- Products पेज पर सभी प्रोडक्ट्स की डिटेल न भरें
- हर प्रोडक्ट के लिए अलग पेज बनाएँ
📍 इससे फायदा:
- यूज़र खुश
- लिखना आसान
- SEO भी बेहतर
4️⃣ स्कैन करने लायक बनाएं
80% लोग ऑनलाइन पढ़ते नहीं, स्कैन करते हैं। इसलिए:
✅ हेडिंग्स, सबहेडिंग्स
✅ बुलेट लिस्ट
✅ संख्याएं और आँकड़े
✅ छोटे वाक्य
✅ शब्दों को हाइलाइट करें
5️⃣ मेनू को सरल रखें
5-8 मेनू आइटम रखें जैसे:
- होम
- हमारे बारे में
- सेवाएं
- संपर्क करें
🚫 ज्यादा विकल्प देंगे तो यूज़र कन्फ्यूज़ होगा, और साइट छोड़ देगा।
🔚 निष्कर्ष – “बस जितना ज़रूरी है, उतना ही लिखें”
इंटरनेट पर शब्दों की कीमत कम ज़रूर है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप अत्यधिक लिखें।
✔️ कम लिखें, सही लिखें, और प्रभावी लिखें।
📢 आपको क्या लगता है?
क्या आपने भी कभी वेबसाइट पर बहुत ज्यादा या बहुत कम कंटेंट देखा है?
नीचे कमेंट करें और अपनी राय साझा करें! ✍️